Sunday, June 5, 2011

सफलता नही चाहिये

सफलता नही चाहिये
हाय बे-रुखी से पेश आया ना करो
ख्वाब बिखर जाते है ज़ेसे तिनके
दुनिया मे जीना तो उसी का है सनम
प्यारे से सनम होते है जिनके
मै तो तेरा हू तेरा ही हू सनम
सब अंग तेरे है इस तनके
मेरे पास प्यार है पदार्थ नही
तेरे पास अंबार है धन के अर्पण
अर्पण राईट ग्रुप को समर्पित
राजीव अर्पण
*********************
कुछ नही
शायर के पास क्या है प्यार के सिवा
वो साजन के नाम कविता ही कर सकता है
वो आमिर नही प्यारे के नाम जयदाद कर दे
जज्बात है उसके पास सिसक सकता है मर सकता है
प्रिय पाठको के नाम
राजीव अर्पण

No comments:

Post a Comment