Sunday, June 19, 2011

गीत गा लू गा

गीत गा लू गा
मै कोई गीत गा लू गा
अपने दिल को सह्लालू गा
दर्द होगा तो हंस लू गा
तेरा दर्द दिल मै छुपा लू गा
आना ,बेशक अजमाने ही
मै पलको पे बिठा लू गा
हकीकत पे ना सही जोर अपना
मै तेरे ख्वाब सजा लू गा
प्यार सदा मिट के जवान होता है
तेरे नाम पे खुद को मिटा लू गा
तब तो मेरा दामन पाक होगा
जब दिल को दामन मे बिठा लू गा
आदत भी क्या कभी जाती है
तुम्हे याद करना आदत बना लू गा
दिल के धडकने से है जिन्दगी
तुम्हे धडकन मे बसा लू गा
मुझ पे हंसे गी यह दुनिया अर्पण
तो मे भी खुद पे मुस्करा लू गा
राजीव अर्पण

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