Thursday, June 9, 2011

प्यार है तो

प्यार है तो
प्यार है तो प्यार का इजहार कीजिये
छुपाईये ना खुल के प्यार को प्यार दीजिये
छुपाना ,दबाना तो फिर कत्ल है जिन्दगी का
हिम्मत कीजिये ,खुद और खुदा पे एतबार कीजिये
बेसे तो हर कोई ही प्यार चाहता है अर्पण
कोई ठुकराए तो उसे प्यार से दुत्कार दीजिये
जिन्दगी को प्यार सींचता है प्यार से
एक दूजे का प्यार से सत्कार कीजिये
सत्य ही भगवान है आप सत्य के आकार है
सत्य को प्यार से सत्य पर वार दीजिये अर्पण
मल्ल्विका गुप्ता फेसबुक तथा ऑरकुट दोस्त के नाम
राजीव अर्पण

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