Monday, May 16, 2011

जुल्म

जुल्म
नगमे प्यार के गाना
दोस्तों यहामुस्कुराना
जुल्म है ,जुल्म है , जुल्म है जुल्म
जी भर के आह भर लेना
यहा दिल की सुनना
जुल्म है ,जुल्म है ,जुल्म है जुल्म
दिल को तदपा लेना
गले किसी को लगाना
जुल्म है, जुल्म है ,जुल्म है जुल्म
रोओं गे तो हसेगा जमाना
यहापर आंसू बहाना
जुल्म है, जुल्म है, जुल्म है जुल्म
देख सके गा ना जमाना
साजन के घर जाना
जुल्म है, जुल्म है ,जुल्म है जुल्म
मै मसीहा की रमज जानू
दिल किसी का दुखाना
जुल्म है, जुल्म है, जुल्म है जुल्म
राजीव अर्पण

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