क्या होता
अभी तो दिल की दिल मे थी
बता देता तो क्या होता
उनके लिये ,जो प्यार दिल मे था
जता देता तो क्या होता
दिल मे उभरा उनके लिये जो नगमा
सुना देता तो क्या होता
अदायो से जो जन्नत थी महकी
उने दिखा देता तो क्या होता
दिल उन का चुरा के उनसे अर्पण
मै खी छुपा देता तो क्या होता
राजीव अर्पण
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