शराबी से
गम गलत करने वालो
गम गोल ही करो गे
तुम रुला के जिन्दगी
सिस्को गे आहे भरो गे
गम गलत .................
लोग हस-हस के मरेगे
तुम घुट-घुट के मरोगे
हसीन जिन्दगी की बाज़ी
देखना आखिर हरोगे
गम गलत .................
एक पल दर्द नही सह सकते
उम्र भर दर्द केसे जरोगे
जिनगी तो गम का समंदर
केसे ख़ुशी से तुम तरोगे
गम गलत ..................
राजीव अर्पण
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