शक्स
एक शक्स जो किसी से बात नही करता
बात नही करता सवालात नही करता
अफसाना उस का कोई मत पूछिये गा
आंसुओ की किसी के सामने बरसात नही करता
ह्या के परदे मे उस का चमन जल गया था
अब वो बतमीज है कभी अघात नही करता
जज्बातों ने उसकी जिन्दगी जला दी थी
वो दिल नही जलता जज्बात नही करता
किसी के पीछे उसने बर्षो मर के देखा
अब वो दिल नही जलता आत्मघात नही करता
गम की रात से सुहानी सुबह मै आ गया है
अब किसी के पीछे काली रात नही करता
राजीव अर्पण
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