पनाह
मुझे पनाह दे दो ,दिल मे जगह दे दो ,
जाम पिला कर प्रेम का मोहबत बे-पनाह दे दो ।
दुनिया के मेले मे लगता नही दिल हमारा ,
मुझे मेरा गुलशन जो हो गया तबाह दे दो ।
शेयरों को दिया है मैंने जिगर का खून ,
तुम मेरे शेयरों को थोड़ी सी वाह-वाह दे दो ।
सहारा ;ना; जीने का सामान तुम से मागू,
मुझे जीने के लिये कोई नेक सलाह दे दो ।
तुम मुझे से प्यार करते हो मुझे मालूम है ,
लेकिन कोई प्यारा बोल ,खत गवाह दे दो ।
राजीव अर्पण
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